Names: Kashmiri Lehsun, Snow Mountain Garlic
Form: Dried Raw Herb
Kashmiri Lehsun (कश्मीरी लहसुन)
- कश्मीरी लहसुन का प्रयोग कई परेशानियो में करा जाता है। यह कई दिनो तक ख़राब नहि होती है।
- इसका प्रयोग शुगर के मरीज़ करते है। यह शुगर लेवल को कम करता है।
- कश्मीरी लहसुन त्वचा संबंधी समस्याएं (skin problems) को भी कम करता है। जैसे डिम्पल्ज़।
- यह लिवर को जहरीले पदार्थों (toxic-substances) से बचाता है।
- कश्मीरी लहसुन हूपिंग खांसी (whooping cough) में महत्वपूर्ण काम करता है।
- लहसुन चोलेस्ट्रोल लेवल को कम करता है।
- कश्मीरी लहसुन हाइपर टेन्शन को भी कम करता है।
- कश्मीरी लहसुन हार्ट के लिए बहुत अच्छा होता है।
- कश्मीरी लहसुन पाचन तंत्र को स्वस्थ रखता है।
- कश्मीरी लहसुन खाने से शरीर में बैक्टीरीअ नहि पनपते है।
- कश्मीरी लहसुन जैसे ख़तरनाक बीमारी से बचाता है।
- कश्मीरी लहसुन के प्रयोग से गैस की समस्या कम होती है।
प्रयोग कैसे करे–
- पिंपलेस होने पर 2-3 कली को छीलकर प्रभावित हिस्से (affected part) पर मसाज करे।
- अस्थमा की समस्या में 2 कली छीलकर दूध या पानी में उबाले और रात में पी ले।
- पाचन सम्बंधी समस्या होने पर लहसुन की 2 कली छील ले। 1 कप दूध या पानी में उबालकर दिन में 1 बार पी ले।
- उच्च रक्त चाप होने पर 2 कली ख़ाली पेट ले ले।
- चोलेस्ट्रोल होने पर 3-4 कली ख़ाली पेट इस्तेमाल करे।
- टीबी होने पर 2-4 कली छील ले और मसल ले। 1 कप दूध पानी में उबालकर दिन में 1 बार पी ले।
- एस्केरिस (Ascaris) की समस्या होने पर 10 कली एक ग्लास पानी में भीगो दे। अगले दिन ख़ाली पेट इस पानी को पी ले।
- ज़ख़्म होने पर लहसुन को मसलकर उसका रस निकाल ले। थोड़े से पन्नी में मिला ले। अब इस रस से ज़ख़्म को धो ले।